राहुल को ईसी की क्लीन चिट
अमेठी में मतदान के दिन एक पूलिंग बूथ के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बाड़े में जा कर 'मतदान की गोपनीयता का उल्लंघन' करने के आरोप पर चुनाव आयोग ने शनिवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को क्लीन चिट दे दी। आयोग ने कहा कि उस समय मतदान नहीं हो रहा था, इसलिए ऐसा कोई मामला नहीं बनता।
आजमगढ़ स्पीच पर शाह को EC से क्लीनचिट
चुनाव आयोग ने शनिवार को कहा कि भाजपा नेता अमित शाह के भाषण में ‘खासतौर पर कुछ भी गलत नहीं’ है। शाह ने अपने भाषण में आजमगढ़ को कथित तौर पर ‘आतंकवादियों का अड्डा’ बताया था। चुनाव आयुक्त एचएस ब्रह्मा ने यहां कहा, ‘मैंने खुद भाषण देखा है। हमें ज्यादा कुछ नहीं मिला।'
मोदी के खिलाफ गंदी बात पर चुनाव आयोग ने राहुल को थमाया नोटिस
नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है। राहुल गांधी ने कहा था कि अगर नरेंद्र मोदी सत्ता में आए तो 22 हजार लोग मारे जाएंगे। इस बयान को लेकर चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस भेजकर 12 मई तक जवाब मांगा है। आयोग ने कहा कि यदि राहुल ने सोमवार पूर्वाह्न 11 बजे तक अपना पक्ष नहीं रखा तो वह आगे की कार्रवाई कर सकता है। इसके अलावा 7 मई को अमेठी में पोलिंग बूथ के अंदर ईवीएम के पास जाने के मामले में चुनाव आयोग ने जांच का आदेश दिया है।
काशी में राहुल के रोड शो पर भाजपा ने उठाए सवाल
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी तथा आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल के बाद शनिवार को वाराणसी में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी वाराणसी से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय के पक्ष में रोड शो कर कर रहे हैं। भाजपा ने राहुल के रोड शो पर सवाल उठाए हैं।
कैसे हो ईसी का सम्मान?
किसी भी संवैधानिक संस्था के साथ किसी भी दल का इतना अंर्तविरोध नहीं हुआ जितना लोकसभा 2014 के चुनावों में देखने को मिल रहा है। क्या कांग्रेस, क्या सपा, बसपा, भाजपा यहां तक की नई नवेली आप भी जब तब ईसी के पास कभी शिकायत लेकर पहुंचते रहे तो कभी आंखें दिखाते रहे। पूरा चुनाव तनातनी में ही गुजर रहा है। आखिरी चरण से पहले तो इस संस्था के अस्तित्व पर बार बार चोट की जा रही है। पिछले दो चार दिनों के घटनाक्रम को देंखे साफ होता है कि चुनाव आयोग की साख लगातार सवालों के कटघरे में खड़ी दिख रही है। और हो भी क्यों ना जब भाजपा के उम्मीदवार को उसके ही क्षेत्र से प्रचार करने की अनुमति न दी जाये उसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा पूरे दम खम से अपनी टीम की कार्रवाई को सही ठहराने के लिए संवाददाता सम्मेलन तक बुला लिया जाये।
अब ईसी को मुलायम ने दिखाई आंख
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने भी अब चुनाव आयोग को आंखें दिखाई हैं। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने भी चुनाव आयोग पर पक्षपातपूर्ण रूख अपनाने का आरोप लगाते हुए खुद पर पाबंदी लगाने की चुनौती दी है ।
पोलिंग बूथ पर राहुल की मौजूदगी पर ईसी ने मांगी रिपोर्ट
चुनाव के दिन अमेठी में ईवीएम के पास राहुल गांधी की मौजूदगी पर आयोग ने रिपोर्ट तलब की है। चुनाव आयोग ने अमेठी से उम्मीदवार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कुछ मतदान केंद्रों के मतदान वाले इलाकों में प्रवेश करने के आरोपों पर ‘तथ्यात्मक’ रिपोर्ट मांगी गयी है।
नरेंद्र मोदी ने श्रीराम की खाई सौगंध तो विरोधियों को लगी मिर्ची
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी सोमवार को जब फैजाबाद पहुंचे तो उनके मंच से लेकर भाषण तक सबकुछ राम के रंग में रंगा दिखा। मोदी जिस मंच से जनसभा को संबोधित कर रहे थे उस मंच पर राम की तस्वीर के साथ अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का प्रतिरूप बना हुआ था। विरोधियों ने मोदी के मंच पर भगवान राम और राम मंदिर की तस्वीर को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया। कांग्रेस ने भाजपा के इस कदम के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।
चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर मोदी ने उठाए सवाल
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने रविवार को चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश में हिंसा और धांधली रोकने में नाकाम रहा है। मोदी ने चुनाव आयोग को अपने खिलाफ कार्रवाई की चुनौती दी। मोदी ने यहां तक कहा, 'आप कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं? आपका इरादा क्या है? अगर आपको लगता है कि जो मैं कर रहा हूं, वह गलत है तो मेरे खिलाफ एक और मामला दर्ज कर दीजिए।'
मोदी को गुजरात पुलिस ने दी क्लीन चिट
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी को आचार संहिता उल्लंघन मामले में गुजरात पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है। मोदी के खिलाफ चुनाव कानूनों का उल्लंघन कर मतदान केन्द्र के बाहर भाषण देने और पार्टी का चुनाव चिह्न दिखाने पर चुनाव आयोग ने मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। जिसके एक दिन बाद गुजरात पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया कि उन्होंने लोगों की भीड़ को 100 मीटर के प्रतिबंधित दायरे से बाहर संबोधित किया था।