राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने संसद में एक साथ बजाया घंटा और इसके साथ ही पूरे देश में GST लागू
देश के अब तक के सबसे बड़े कर सुधार की लांचिंग के ऐतिहासिक मौके पर शुक्रवार आधी रात के ठीक 12.00 बजते ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ बटन दबाकर पूरे देश में 'एक राष्ट्र एक टैक्स' व्यवस्था की शुरुआत की। इसके साथ ही देश में एक समान अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था लागू हो गई। सितारों से सजी इस रात में ऐतिहासिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने जीएसटी को देश के सभी लोगों की साझी विरासत करार दिया।
राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पर इतनी माथापच्ची क्यों?
अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। एक तरफ सत्ताधारी पार्टी भाजपा और दूसरी तरफ कांग्रेस के नेतृत्व में तमाम विपक्षी पार्टियां देश का अगला राष्ट्रपति कौन हो इसको लेकर माथापच्ची कर रहे हैं। राजनीति कहती है कि जब आपके पास विकल्प हो तो इतनी माथापच्ची नहीं करनी चाहिए। लेकिन नरेंद्र मोदी और अमित शाह की दिक्कत यह है कि जो विकल्प मौजूद हैं शायद वह उनके मनमाफिक नहीं। सियासी पंडितों का मानना है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक गुरु लाल कृष्ण आडवाणी राष्ट्रपति पद के लिए सबसे सशक्त विकल्प हो सकते हैं। शायद विपक्ष की तरफ से भी आडवाणी के नाम पर सहमति बन जाएगी। दूसरे विकल्प के तौर पर वर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल को भी आगे बढ़ा जा सकता है।