महाराष्ट्र के 10 जिलों में निकाय चुनाव के लिए वोटिंग खत्म, दो दशक बाद अलग हो भाग्य आजमा रहीं BJP-शिवसेना
बृहणमुंबई म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) और पुणे म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (पीएमसी) समेत महाराष्ट्र के 10 नगर निकायों के लिए मंगलवार को वोट डाले गए। वहीं, दूसरे फेज की 11 जिला परिषद और 118 पंचायत समितियों के लिए भी मतदान हुआ। इन्हें महाराष्ट्र का मिनी विधानसभा चुनाव माना जा रहा है। 20 साल बाद ऐसा हो रहा है कि दो दिग्गज पार्टियां भाजपा और शिवसेना मिलकर चुनाव नहीं लड़ीं।
उद्धव की भविष्यवाणी; महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव को तैयार रहें लोग
महाराष्ट्र में भाजपा सरकार की अहम सहयोगी पार्टी शिवसेना शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने एक गंभीर भविष्यवाणी करते हुए कहा है, 'मुझे तो निकट भविष्य में मध्यावधि चुनाव नजर आ रहे हैं, लोग तैयार रहें।' उद्धव ठाकरे ने साफ किया है कि हम बीएमसी चुनाव के बाद समर्थन वापसी पर विचार करेंगे। पहली बार उनकी पार्टी शिवसेना 37000 करोड़ रुपये के बजट वाली मुंबई महानगर पालिका के चुनाव में भाजपा से दो-दो हाथ करेगी।
उद्धव बोले- भाजपा में गुंडे हैं हमारे पास सैनिक हैं
शिवसेना अब अपनी राजनीति गठबंधन के बूते नहीं करेगी बल्कि अपने दम पर आगे की लड़ाई लड़ेगी, ऐसा कहना है पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का। जिन्हें बॉम्बे म्युनिसिपल कॉरपोरेशन चुनावों से पहेल लग रहा है कि उनकी पार्टी ने गठबंधन के कारण 50 में से 25 साल यूं ही गंवा दिए। इशारा साफतौर पर भारतीय जनता पार्टी की ओर था। उन्होंने भाजपा को गुंडों की पार्टी भी करार दिया। इससे साफ हो गया है कि भाजपा-शिवसेना की राह अलग हो गई है।