पुलवामा हमले की दुनियाभर में निंदा, आतंक के खात्मे को अमेरिका ने पाकिस्तान पर बनाया दबाव
पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेएएम) द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले किए जाने की दुनियाभर में कड़ी निंदा की गई है। इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए।
गोर्बाचेव ने ट्रंप के परमाणु हथियार संधि से पीछे हटने पर उठाए सवाल
सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव ने शीत युद्ध की अहम परमाणु हथियार संधि से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पीछे हटने के फैसले पर सवाल खड़ा किया है। मिखाइल ने 1987 में इंटरमीडिएट-रेंज परमाणु संधि पर अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के साथ हस्ताक्षर किए थे।
ईरान परमाणु समझौते के क्रियान्वयन को लेकर रूस प्रतिबद्ध
रूस के विदेश मंत्रालय का कहना है कि मॉस्को ईरान के परमाणु समझौते को संरक्षित और क्रियान्वित करने के लिए हरसंभव कदम उठाने को लेकर प्रतिबद्ध है। इस समझौते को संयुक्त समग्र कार्ययोजना (जेसीपीओए) भी कहा जाता है।
अमेरिकी सीनेट में एनडीएए विधेयक पारित, भारत अब खरीद सकेगा रूस निर्मित हथियार
वाशिंगटन : अमेरिकी सीनेट ने एक विधेयक पारित किया है जो भारत को रूसी कंपनियों के खिलाफ प्रतिबंधों से आंशिक छूट देता है। इस छूट का लाभ उठाते हुए भारत रूस निर्मित हथियार खरीद सकता है। इस फैसले को ऐतिहासिक और भारत के लिए बड़ी राजनयिक जीत के रूप में देखा जा रहा है। रक्षा व्यय विधेयक,
ट्विटर पर छाए युवराज तो स्मृति ईरानी को आया गुस्सा, बोलीं...
राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के बीच ट्विटर जंग जारी है। स्मृति ईरानी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट को रीट्वीट्स किए जाने में आए अप्रत्याशित उछाल पर सवाल उठाते हुए तंज कसा है। स्मृति ने एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए लिखा कि क्या राहुल गांधी रूस, इंडोनेशिया या कजाकिस्तान जाकर चुनाव जीतना चाहते हैं।
NSG पर भारत ने दिखाए तेवर, रूस से कहा- चीन को मनाओ वरना...
परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में सदस्यता पाने के लिए रूस की ओर से मिल रहे प्रतिकूल संकेत पर भारत ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, भारत ने रूस को साफ संदेश दिया है कि अगर वह अपने दोस्त चीन को मनाने की पहल नहीं करता है तो वह कुंडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना की 5वीं और छठे रिएक्टर यूनिटों से जुड़े समझौते को लेकर पीछे हट सकता है।
ओबामा की बेटियां मालिया और साशा नहीं करेंगी राजनीति
बराक ओबामा अमेरिका के ऐसे राष्ट्रपति जिन्होंने कई स्थापित परम्पराओं को धत्ता बताकर अमेरिकियों ही नहीं दुनिया के कई देशों में अपनी एक अलग जगह बनाई। एक शक्तिशाली देश के सर्वोच्च पद पर रहते हुए भी लोगों को उनमें एक प्यारा पिता, दोस्त और आम इंसान दिखाई दिया। कई मौकों पर लोगों का साक्षात्कार भावुक ओबामा से हुआ, जो पारिवारिक है और अपने लोगों को लेकर संवेदनशील भी। तभी तो कार्यकाल के दौरान उनके कई कदम विवादित होने के बावजूद भी अमरिकियों के दिलों में राज करते रहे और लगातार दो बार राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता।
अब रूस ने भी दिया भारत को झटका, सीपीईसी में खुद को किया शामिल
आतंकवाद के मुद्दे पर भारत जहां पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रणनीति पर लगातार काम कर रहा है, वहीं मॉस्को ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) का खुलकर समर्थन कर और खुद को उससे जुड़ने की कवायद शुरू कर भारत को करारा झटका दिया है। रूस ने पाकिस्तान के चीनी प्रोजक्ट को यूरेशियन इकॉनमिक यूनियन से जोड़ने का भी इरादा जताया है।
वैश्विक शांति के लिए मिलकर काम करेंगे पुतिन और ट्रंप
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बीच फोन पर हुई बातचीत में दोनों नेताओं ने सीरिया और दोनों देशों के हितों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने वैश्विक शांति के लिए मिलकर काम करने की बात भी कही। रूस के मुताबिक दोनों नेताओं ने कहा है कि वो 'रुस-अमेरिका संबंधों को सामान्य' बनाने के लिए प्रयास करेंगे। डोनाल्ड ट्रंप जनवरी में कार्यभार संभालेंगे। पुतिन ने ट्रंप को चुनावी कार्यक्रम को कामयाबी के साथ लागू करने के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
ब्रिक्स ने नहीं समझी भारत की बात
गोवा में 8वां ब्रिक्स सम्मेलन संपन्न हो गया, लेकिन सम्मेलन की मेजबानी करने के बावजूद पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को अंजाम तक पहुंचाने में भारत पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया। अड़ंगा फिर चीन ने ही लगाया। उसने अपने दोस्त पाकिस्तान की खातिर भारत की मुहिम को कमजोर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गोवा घोषणा पत्र में भारत के साथ एकजुटता दिखाते हुए अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से मुकाबले के लिए व्यापक रणनीति पर जोर दिया। लेकिन इसकी किसी पंक्ति में सीमा पार आतंकवाद का जिक्र नहीं किया गया। जबकि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ताकत तो पूरी झोंकी थी।