कांग्रेस को देश के वर्तमान सामाजिक व राजनैतिक यथार्थ और उपरोक्त बातों को ध्यान में रखकर ही एक ऐसी आर्थिक नीति को तैयार करना चाहिए जिसमें युवाओं को रोजगार के सुनिश्चित अवसर उपलब्ध हो सकें। इसके लिए गांवों के विकास की एक ऐसी स्वदेशी रूपरेखा तैयार करनी चाहिए जो हमारी पारिस्थितिक तंत्र के अनुकूल हो। जैसे खेती के छोटे जोतों को जोतने लायक बनाने के साथ ही उनके मालिकाना हक पर भी निर्णायक कदम उठाना चाहिए।