ट्रम्प की टिप्पणी पर चीन का पलटवार, अमेरिका को बताया बड़ा खतरा
बीजिंग : चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा दक्षिण चीन सागर पर अपने दावे की आलोचना पर जबरदस्त पलटवार किया है। उसने कहा है कि अमेरिका उसकी संप्रभुता के लिए बड़ा खतरा है। मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में ट्रम्प ने रूस और चीन का नाम लिए बिना यूक्रेन और प्राकृतिक संपदा के लिहाज से समृद्ध दक्षिण चीन सागर की 'संप्रभुता पर खतरे' की बात कही थी। ट्रम्प ने कहा था, 'हमें कानूनों, सीमाओं और संस्कृति का हर हाल में सम्मान करना चाहिए।'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रणनीतिक लिहाज से काफी अहम दक्षिण चीन सागर के पूरे हिस्से पर चीन अपना दावा जताता है और वह तेजी से वहां ऐसे कृत्रिम द्वीप बना रहा है जिनपर सैन्य विमान उतारे जा सकें। इस साल जनवरी में ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में चीन के कब्जे वाले द्वीपों के नजदीक तीन 'फ्रीडम ऑफ नैविगेशन' ऑपरेशन चला चुका है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रम्प की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कंग ने पेइचिंग में कहा, 'कभी-कभी कुछ देश फ्रीडम ऑफ नैविगेशन की आड़ में अपने विमानों और नौसैनिक बेड़ों को दक्षिण चीन सागर के नजदीक लाते हैं। मुझे लगता है कि इस तरह के व्यवहार से दक्षिण चीन सागर से जुड़े देशों की संप्रभुता को खतरा होता है।' प्रवक्ता ने कहा कि चीन और आसियान के प्रयासों की बदौलत समुद्र में हालात अब शांत हो रहे हैं।
ट्रम्प की उस चेतावनी पर कि अगर उत्तर कोरिया अमेरिका या उसके सहयोगियों को खतरे में डालेगा तो वह उसे नेस्तनाबूद कर देंगे, प्रवक्ता ने कहा कि 'संयम' दिखाने की जरूरत है। लु ने कहा कि पेइचिंग परमाणु मुद्दे को सही ट्रैक पर लाने और बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण समाधान की कोशिश का पक्षधर है। (मीडिया रिपोर्ट्स)