यूएनएचआरसी से अलग हुआ अमेरिका, गुटेरेस ने की निंदा
संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) से अलग होने का ऐलान किया है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने इस संस्था से अलग होने का ऐलान करते हुए इसे 'पाखंडी' और 'स्वयंसेवी' बताया। निक्की हेली ने इजरायल के खिलाफ बेहद कठोरता से भेदभाव बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये संस्था मानवाधिकारों का मखौल उड़ाती है। अमेरिका के इस फैसले पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने खेद जताया।
हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शीर्ष राजनयिक पोम्पिओ और निक्की हेली ने इसपर जोर दिया कि अमेरिका मानवाधिकारों की वकालत करने में सबसे आगे रहेगा। लेकिन बहुत सारे लोगों के लिए यह वैश्विक संगठन और बहुपक्षीय कूटनीति के प्रति ट्रंप के द्वेष को दर्शाने वाला फैसला होगा। हेली की इस घोषणा से पहले संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के एक शीर्ष अधिकारी ने अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर आव्रजकों को उनके बच्चों से अलग करने की अमेरिकी नीति की आलोचना की थी।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अमेरिका के इस फैसले की निंदा की है। गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने बताया, महासचिव का मानना है कि यदि अमेरिका यूएनएचआरसी में बना रहता तो अच्छा होता। उन्होंने कहा, संयुक्त राष्ट्र की इस मानवाधिकार संस्था का दुनियाभर में मानवाधिकारों की सुरक्षा और इसे बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका है। (विभिन्न समाचार माध्यमों से साभार)