'महारानी' के राज में हार्दिक की गिरफ्तारी से हैरान हुए केजरीवाल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
जयपुर: हार्दिक पटेल की गिरफ्तारी नहीं हुई है उनकी जान को खतरा था जिसके मद्देनजर पुलिस उनके साथ थी- ये कहना है जयपुर पुलिस का । जिस पर आरोप है कि उसने इस युवा पाटीदार नेता को बेवजह गिरफ्तार किया था। इस पूरे वाकये को हार्दिक ने खुद एक ट्विट के जरिए बयान किया था। पाटीदारों के इस बड़े नेता के ट्विट के बाद आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी ट्विट कर इस पर आपत्ति जताई थी।
दरअसल, हार्दिक ने शुक्रवार को एक ट्वीट कर दावा किया कि उन्हें यहां 'गिरफ्तार' किया गया है। लेकिन, जयपुर शहर पुलिस ने गिरफ्तारी से इनकार करते हुए कहा कि वह सिर्फ उनकी रक्षा के लिए उनके साथ थी। इससे पहले पटेल ने जयपुर हवाईअड्डे पर उतरने के बाद गिरफ्तारी की बात कही थी। लेकिन, पुलिस अधिकारी ने उनसे कहा था कि उनके जीवन को खतरा होने की वजह से सावधानी के तौर पर यह कदम उठाया गया है।
नागरिक को क्या खाना,पीना,रहना यह अब पोलिस कहेंगी?
राजस्थान में एसा हैं क्या????— Hardik Patel (@HardikPatel_) December 23, 2016
गौरतलब है कि गुर्जरों की सरकार से वार्ता को और गर्म करने जयपुर आ रहे गुजरात के पटेल नेता हार्दिक पटेल को पुलिस ने जयपुर में रुकने नहीं दिया। एयरपोर्ट से ही उन्हें उदयपुर के लिए रवाना कर दिया गया। हार्दिक पटेल यहां गुर्जरों से मुलाकात करने जयपुर आ रहे थे।
जयपुर पोलिस ने अरेस्ट का कारण जान को ख़तरा हैं एसा बताया.
— Hardik Patel (@HardikPatel_) December 23, 2016
पूर्व में गुजरात में पटेलों को आरक्षण की मांग पर जमकर हंगामा करने वाले हार्दिक पटेल के जयपुर पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। माना जा रहा है कि पुलिस को शक था कि यदि हार्दिक गुर्जरों की बैठक में चले जाते तो कोई बड़ा हंगामा हो सकता था। ऐसे में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस की है, इसलिए उन्हें जयपुर आकर लौटा दिया गया। जयपुर पुलिस ने हार्दिक पटेल को जयपुर में प्रवेश करने से रोक लगाते हुए अपनी सुरक्षा में अजमेर के रास्ते उदयपुर के लिए रवाना कर दिया। हालांकि गुर्जर नेताओं ने इनकार किया है कि वे गुर्जरों की सरकार से होने वाली मीटिंग में आने वाले थे। फिर भी पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से हार्दिक को उदयपुर रवाना कर दिया।
महारानी यानी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के राज में इस कार्रवाई के खिलाफ सोशल मीडिया काफी सक्रिय हो गया। । इसमें सबसे आगे केजरीवाल रहे जिन्होंने इस पूरे मसले को bizarre या अजीब बताते हुए, वसुंधरा सरकार से हार्दिक की तुरंत रिहाई की मांग की।
Arrested? Bizarre. Vasundhara govt shud release him immediately. https://t.co/WqJqjFjmpv
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 23, 2016
पटेल ने कहा, 'जयपुर पुलिस ने इसकी वजह के पीछे मेरे जीवन को खतरे का हवाला दिया।' उन्होंने कहा कि उन्हें हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उनसे कहा कि 'उनकी गिरफ्तारी का ऊपर से आदेश' है। लेकिन, इस तरह की किसी भी गिरफ्तारी से जयपुर पुलिस ने इनकार किया है। जयपुर (पूर्वी) के पुलिस उपायुक्त कुंवर राष्ट्रदीप ने आईएएनएस से कहा, 'हमने न उन्हें हिरासत में लिया था न गिरफ्तार किया था। हमने कुछ सुरक्षा चिंता कारणों से उन्हें सिर्फ रक्षक दल की सुविधा दी थी।'
पुलिस अधिकारी ने दलील दी - 'पटेल अब अपने उदयपुर के रास्ते में हैं जहां वह बीते दो महीनों से रह रहे हैं। वह अजमेर जिला पार कर चुके हैं। यदि हमने उन्हें गिरफ्तार किया होता या हिरासत में लिया होता तो क्या उनका ट्वीट कर पाना संभव होता?'