राहुल की कही को PM ने बनाया हथियार, अखिलेश पर किया वार
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के आखिरी यानी सातवें चरण का प्रचार जोरों पर है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मिर्जापुर में रैली को संबोधित कर रहे थे। यहां उन्होंने गठबंधन के वर्तमान साथियों को एक दांव से पटखनी देने का अंदाज दिखाया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के 2016 में दिए बयान को हथियार बना अखिलेश सरकार पर वार किया। तंज कसने के लिए बिजली पर छिड़ी रार को ही आधार बनाया। कहा- पिछले साल तक राहुल ही कहते थे कि UP के तारों में बिजली नहीं आती।
नरेंद्र मोदी ने यूपी के मिर्जापुर की रैली में कहा- ये चुनाव कांग्रेस, सपा और बसपा से मुक्ति का अवसर है। सवाल ये नहीं कि सरकार किसकी बनेगी। अखबार, टीवी देख लीजिए, हर कोई कह रहा है, यूपी का ये चुनाव एक उत्सव है। ये सपा, बसपा, कांग्रेस से मुक्ति का उत्सव है। पीएम ने कहा- राहुल गांधी ने खुद मिर्जापुर के मणिहान में कहा था कि यहां तार तो होते हैं लेकिन बिजली नहीं होती। बता दें, यूपी के 7वें फेज के लिए 7 जिलों की 40 सीटों पर 8 मार्च को वोट डाले जाने हैं। इनमें गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही, सोनभद्र, जौनपुर जैसे जिले शामिल हैं।
बिजली पर रार
दरअसल, अखिलेश-राहुल ने पहली बार लखनऊ में साथ में रोड शो किया था। उसमें वे हाथ से बिजली के तार ऊपर करते देखे गए थे। इस पर मोदी ने कहा था कि यूपी में तो बिजली ही नहीं आती। इसलिए राहुल हाथ से तार ऊपर कर रहे थे। इसके बाद अखिलेश ने कहा था- पीएम तार छूकर देख लें कि उनमें करंट हैं या नहीं। मोदी झूठे बयान देकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
शुक्रवार को मिर्जापुर में मोदी ने राहुल के बयान का हवाला देकर अखिलेश को आड़े हाथ लिया। मोदी ने कहा, मणिहान में राहुलजी की खाट सभा थी। राहुलजी का हाथ बिजली का तार पर लग गया। गुलाम नबी जी ने कहा- हाथ मत रखिए, दिक्कत हो जाएगी। राहुल बोले कि ऐसा कुछ नहीं होगा। यहां के तारों में बिजली नहीं होती।
भीड़ से आह्लादित पीएम
मोदी ने कहा- आपने तो कमाल ही कर दिया है आज। यूपी में जहां भी जाता हूं, एक से बढ़कर एक रैलियां हो रही हैं। सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। मतदान में भी आप रिकॉर्ड्स तोड़कर रहोगे। सवाल ये नहीं कि सरकार किसकी बनेगी। अखबार, टीवी देख लीजिए, हर कोई कह रहा है, यूपी का ये चुनाव एक उत्सव है। ये सपा, बसपा, कांग्रेस से मुक्ति का उत्सव है।
यूपी देश का इतना बड़ा राज्य है। अगर देश होता तो आबादी के लिहाज से दुनिया का पांचवां देश कहा जाता। अगर यहां से बीमारी, बेरोजगारी, गरीबी मिट जाए तो हिंदुस्तान अपने आप आगे बढ़ जाएगा। यूपी बहुत ताकत रखता है। ये चुनाव कौन विधायक बने न बने, सरकार किसकी बने, ये मुद्दा नहीं रहा। अब तो ये मुद्दा है कि यूपी के नौजवानों का भविष्य कौन सुनिश्चित करेगा। यूपी की बहन-बेटियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा। वादे बहुत हुए, अपने-परायों की बातें हुईं लेकिन अब सबका साथ-सबका विकास की बात हो रही है।
राहुल की खाट सभा पर तंज
मोदी ने कहा- पहले कई सरकारें रहीं। 13 साल पहले मुलायम सिंह जी ने बरेली और मिर्जापुर के बीच गंगाजी पर पुल बनाने की बात कही थी। अगर पिता ने वादा किया था तो बेटा, बाप के काम को अधूरा नहीं छोड़ता। ये कैसे लोग हैं कि अपने पिता के वादों को भी पूरा नहीं करते। ये जनता के लिए क्या करेंगे।
अखिलेशजी, मुझे भी काम बताते रहते हैं। वे सीएम हैं, मैं यूपी से सांसद हैं। वे काम बताएं तो मुझे करना ही चाहिए। मुझसे कहा कि तार पकड़कर देखो कि बिजली जाती है या नहीं। अखिलेशजी, मुझे पता नहीं है कि खाट किसकी खड़ी होगी। वे खाट सभा करने निकले थे, लोग खाट उठा ले गए। पिछले साल (14 सितंबर, 2016) मणिहान में राहुलजी की खाट सभा थी। राहुलजी का हाथ बिजली का तार पर लग गया। गुलाम नबी जी ने कहा- हाथ मत रखिए, दिक्कत हो जाएगी। राहुल बोले कि ऐसा कुछ नहीं होगा। यहां के तारों में बिजली नहीं होती। यहां के लोग खाट तो ले गए, अब खटिया भी खड़ी करेंगे।
मायावती को आपके वोट का अधिकार नहीं
मोदी ने कहा- बहनजी, मिर्जापुर के पत्थरों से आपको क्या नफरत थी? जब जांच शुरू हुई तो बताया गया कि पत्थर तो राजस्थान से लाया गया। जिनको मिर्जापुर के पत्थरों से नफरत हो, वे आपके वोट के हकदार होंगे क्या? मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि 13 साल से पुल बना रहे थे कि ताजमहल बना रहे थे। यही पुल सैफई के आसपास बनाना होता तो 13 साल इंतजार करते। ये लोग गुनहगार हैं आपके।
इस चुनाव में यूपी खासकर पूर्वांचल के लोगों के कहने आया हूं कि उन्हें एक वोट भी नहीं मिलना चाहिए। उन्हें पता लगना चाहिए कि पूर्वांचल-मिर्जापुर को रौंदने का हश्र क्या होता है। अगर यहां विकास होता तो लोगों को अपनी जगह छोड़कर मुंबई नहीं जाना पड़ता। आज यूपी में होनहार नौजवानों को नौकरी मिलने की गारंटी है क्या? इसकी वजह भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इनको कई बार डांटा। लेकिन सरकार को इसकी आदत लग गई है।
अशोक चक्रधर आये याद
पीएम ने मशहूर कवि अशोक चक्रधर को भी उनकी कविता के जरिए याद किया। कहा-यूपी में हर चीज का रेट लगा है। शिकायत दर्ज नहीं होने देनी है, इतना देना होगा। पेंशन निकलवानी है, इतना देना होगा। सरकारी योजना का फायदा देना है तो इतना देना होगा। क्या ये बंद होना चाहिए। यूपी के भ्रष्टाचार पर अशोक चक्रधर की कविता याद आती है। इसमें 4 तरह के भ्रष्टाचार की बात कही गई है- नजराना (काम कराने का पहले पैसे देना), शुक्राना (काम के बाद पैसे देना), हकराना (हक के पैसे मांगना) और जबराना (जबरन पैसे लेना) दिखते हैं। इन सबको हराना है।
अगर हमारे देश में विंध्याचल की भूमि काशी के पास है, टूरिज्म का बड़ा केंद्र बन सकता है। लेकिन यहां की सरकार न तो टूरिज्म की चिंता है और न तो विकास की। टूरिज्म में तो कम पूंजी से ज्यादा कमाई हो सकती है। ऑटो, प्रसाद, चाय वाले सब कमाएंगे। अगर इस सोच के साथ विकास हो तो मिर्जापुर भी आगे हो जाएगा।
किसानों की आय होगी दोगुनी
मोदी ने किसानों की आय 2022 तक दोगुनी हो जाने का सपना भी दिखाया। कहा- हिंदुस्तान का कोई भी इलाका देखिए। पूर्वी इलाके के लोगों को कमाने के लिए पश्चिमी इलाके में जाना पड़ता है। गरीबों के लिए केवल बात करने वाली सरकारें बहुत आईं। लेकिन हम तो गरीबों के लिए काम करते हैं। मैं गरीबी में पैदा हुआ हूं, इसलिए उनके बारे में जानता हूं। गरीब के लिए काम कैसे होता है, ये हमने करके दिखाया है। उन्हें मुफ्त में गैस कनेक्शन दे दिया।
पूर्वांचल का किसान मेहनत करता है। यहां की मिट्टी में बहुत ताकत है। मिट्टी पर बहुत अत्याचार किए। केमिकल डाले, फर्टिलाइजर्स डाले, इससे जमीन खराब हुई। 2022 में हिंदुस्तान की आजादी के 75 साल होने तक हम किसानों की आय दोगुनी कर देंगे। ये हमारा सपना है। हमने बीज से बाजार तक का खाका बनाया है। किसान की पैदावार कैसे बढ़ेगी, इसके लिए सरकार काम कर रही है।
धरती का भी करायेंगे लैब टेस्ट
प्रधानमंत्री ने बीमार धरती का सही परीक्षण कराने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा- बीमार होते हैं तो डॉक्टर कई टेस्ट की सलाह देता है। जब तक टेस्ट न हो, वो दवा नहीं देता। ऐसा ही धरती माता की भी होता है। उसके लैब में टेस्ट होता है। सॉइल कार्ड से हमने टेस्ट कराया। इसके बाद किसान को बताया कि वो ये फसल पैदा करे तो ज्यादा फायदा होगा।
मोदी ने सरकार की अहम योजनाओं का जिक्र भी किया। कहा- नदियों में पानी होता है लेकिन किसान तक नहीं पहुंचता। यूरिया के लिए रात-रातभर लाइन में खड़ा होना पड़ता था। जब यूरिया लेने जाते थे तो डंडे पड़ते थे। दो साल से यूरिया की कालाबाजारी नहीं हो रही। हमने एक के बाद कदम उठाए। प्रधानमंत्री बीमा योजना लाए। अगर बुआई नहीं हुई, फसल नहीं हुई तो इसके बाद पैसे मिलेंगे।
हार्ट स्टेंट पर थपथपाई पीठ
मोदी ने कहा- गरीब के लिए हार्ट में लगने वाले स्टेंट के पैसे कम किए। पहले सपा, बसपा, कांग्रेस एक दूसरे का विरोध करते थे। नोटबंदी के मुद्दे पर सब एक हो गए। अब उनको हिसाब देना पड़ रहा है कि कहां से पैसे लाए थे। देश की बर्बादी के पीछे एक ही कारण है- भ्रष्टाचार और कालाबाजारी।