राहुल की नदारदगी की चौतरफा निंदा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष की पीएम मनमोहन सिंह की विदाई समारोह से गैर मौजूदगी ने विपक्ष को कांग्रेस नेता पर हमले का एक और मौका दे दिया है। सभी दलों ने एक सुर में इसे एक तरह से पीएम का अपमान माना है। इस बीच, कांग्रेस राहुल को बचाने की कवायद में तो लगी है लेकिन चौतरफा निंदा भी झेलने को मजबूर है। गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल की मां सोनिया गांधी ने 10, जनपथ में मनमोहन सिंह के सम्मान में बुधवार को रात्रिभोज का इंतजाम किया था जिससे राहुल नदारद रहे।
चारों ओर से आलोचना का वार सह रही कांग्रेस के प्रवक्ता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने गुरूवार को तर्क दिया कि राहुल विदेश जाने से पहले पीएम से मिले थे और इसलिए अपमान का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है। एक दूसरे कांग्रेसी मीम अफजल ने कहा है कि अपने निजी काम की वजह से राहुल शहर से बाहर हैं।
हालांकि विपक्ष इसे कांग्रेस का कमजोर तर्क मान रहा है। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए भाजपा के प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने कहा है कि ये बेहद शर्मनाक है कि अपनी मां द्वारा पीएम के सम्मान में आयोजित भोज में ही वो शामिल नहीं हुए।
वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि राहुल गांधी अधिकतर विदेशों में रहते हैं और भारत छुटि्टयां बिताने के लिए आते हैं। उन्होंने एग्जिट पोल का उल्लेख किया जिसमें भाजपा के लिए जीत तथा कांग्रेस की जबरदस्त पराजय की संभावना जतायी गई है।
वहीं भाजपा के ही तरुण विजय ने इसे राहुल का पीएम का अपमान बताया और इसकी तुलना सोनिया द्वारा सीताराम केसरी के अपमान से की है।
इस बीच आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष ने राहुल के इस व्यवहार को सकते में डालने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि राहुल अब सयाने हो गए होंगे।
खबरों की माने तो राहुल लंबे एवं थकाने वाले प्रचार अभियान के बाद विदेश गए हैं तथा वह शुक्रवार को मतगणना से पहले लौट सकते हैं।