प्रोफेशनल्स कांग्रेस का गठन कर पार्टी के मेकओवर में जुटे राहुल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने पेशेवर लोगों को कांग्रेस से जोड़ने के लिए प्रोफेशनल्स कांग्रेस का गठन किया है। राहुल गांधी ने बुधवार को कहा, हम देश के प्रोफेशनल्स को आमंत्रित कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि उनकी आवाज भी पॉलिटिक्स और पॉलिसी मेकिंग में शामिल हो।' कांग्रेस पार्टी ने दो ऑर्गनाइजेशनल डिपार्टमेंट बनाए हैं। पहला है प्रोफेशनल्स कांग्रेस और दूसरा है अन-ऑर्गनाइज्ड वर्कर्स कांग्रेस। ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस के चेयरमैन शशि थरूर ने कहा, ये पार्टी में नई जान डालने की दिशा में उठाया गया कदम है। ये वो कदम है, जिसके आधार पर हम कह सकते हैं कि कांग्रेस एक वाइब्रेंट पार्टी है।
थरूर ने कहा, हम ऐसे लोगों को पार्टी से जोडना चाहते हैं जो आजादी, सामाजिक न्याय और भारत की अनेकता जैसे मूल्यों में विश्वास रखते हैं। हमने ऐसे कई लोग देखे, जिन्होंने भाजपा की बातों में उलझकर वोट दिया। जिन्होंने इकोनॉमिक डेवलपमेंट और विकास के झूठे वादों में आकर वोट दिया। इसके बदले में आज उन्हें हर ओर कट्टरता, निगरानी, गायों के नाम पर हिंसा जैसी चीजें मिली हैं। शशि थरूर ने कहा, कई लोगों ने हमें बताया कि उन्होंने भाजपा को आखिरी बार वोट दिया था। उन लोगों को एक ऐसा घर चाहिए, जहां खुले दिमाग के प्रगतिवादी सोच वाले लोग हों, जो सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हों। कांग्रेस ऐसे ही लोगों को मौका देना चाहती है। पार्टी उनकी सोच, विचारों और प्रोफेशनल स्किल्स के जरिए उन्हें उनके सपनों का भारत देना चाहती है।
थरूर ने कहा कि हमारे इस कदम का मकसद हर शहर में डिसेंट्रलाइज्ड (विकेंद्रीकृत) और डेमोक्रेटिक प्लेटफॉर्म मुहैया कराना है। इसके लिए फेलोशिप फीस 1000 रुपए होगी। ये भाजपा की मिस्ड कॉल या फेक नंबर जैसी स्कीम नहीं होगी। थरूर ने कहा कि कांग्रेस में एक ऐसा पॉलिटिकल रोटरी क्लब बनाने का विचार है, जिसमें प्रोफेशनल्स एक-दूसरे से वॉट्सऐप ग्रुप्स के जरिए जुड़ेंगे। उन्हें हफ्ते में मिलने-जुलने का मौका भी मिलेगा। इस दौरान वे कांग्रेस नेताओं को बोलने के लिए भी बुला सकते हैं। कुछ लोगों को पॉलिटिक्स में इंटरेस्ट होता है, लेकिन वे उससे जुड़ते नहीं है। उन्हें लगता है कि प्रोफेशनल्स का काम अलग है और उन्हें राजनीति की दुनिया में दाखिल होने की इजाजत नहीं है। इनमें से ज्यादातर तेज दिमाग होते हैं, उनके पास पॉलिटिकल आइडिया होते हैं लेकिन उनका कोई भी आइडिया पॉलिटिकल प्रॉसेस से जुड़ नहीं पाता है।
शशि थरूर ने कहा कि देश में 3.2 करोड़ टैक्सपेयर्स हैं और 4 लाख कॉरपोरेट टैक्सपेयर हैं। इनमें से ज्यादातर लोगों को इस बात में दिलचस्पी है कि उनके टैक्स का क्या हो रहा है और देश में क्या हो रहा है, लेकिन उनके पास ऐसा कोई मंच नहीं है, जहां से वो शुरुआत कर सकें। सोनिया गांधी ने मिलिंद देवड़ा को मेरा डिप्टी बनाया है, वे वेस्ट जोन में को-ऑर्डिनेट करेंगे। इसके अलावा गीता रेड्डी साउथ जोन, गौरव गोगोई और सलमान सोज ईस्ट और नॉर्थ जोन में को-ऑर्डिनेट करेंगे।