यशवंत ने मोदी की तुलना तुगलक से की, कहा- उसने भी की थी नोटबंदी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
अहमदाबाद : नोटबंदी के फैसले को लेकर पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के तेवर और तल्ख हो गए हैं। वो अपनी पार्टी की सरकार और प्रधानमंत्री को खूब खरी खोटी सुना रहें हैं। इस बार उन्होंने मोदी के फरमान की तुलना मोहम्मद बिन तुगलक से की है। उन्होंने कहा है कि 14वीं सदी के दिल्ली सुल्तान मोहम्मद बिन तुगलक ने भी 700 साल पहले नोटबंदी की थी। इस विवादित कदम के लिए मोदी की आलोचना करते हुए सिन्हा ने कहा कि नोटबंदी ने देश की अर्थ व्यवस्था को 3.75 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि बहुत सारे ऐसे शंहशाह (राजा) हुए हैं, जो अपनी मुद्रा लेकर आये। कुछ ने नयी मुद्रा को चलन में लाने के साथ-साथ पहले वाली मुद्रा का भी चलन जारी रखा, लेकिन 700 साल पहले एक शहंशाह मोहम्मद बिन तुगलक था, जो नई मुद्रा लेकर आया और पुरानी मुद्रा के चलन को समाप्त कर दिया।
यशवंत के ये बागी तेवर लगातार पार्टी के भीतर असमंजस की स्थिति पैदा कर रहें हैं। वो कभी मोदी तो कभी केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर हमला बोल रहें हैं। गुजरात दौरे के पहले ही दिन उन्होंने लोकशाही बचाओ कार्यकम में जेटली से इस्तीफे की पेशकश करने की बात गुजरातियों से की थी। इसके पहले सिन्हा ने बीते 26 सितंबर को वित्त मंत्री अरुण जेटली पर आर्थिक मोर्चे पर विफल होने का आरोप लगाया था। उस समय उनके इस बयान के बाद न केवल भाजपा में बल्कि पूरी भारतीय राजनीति में उबाल आ गया था।
उस समय उन्होंने कहा था कि अपने कार्य प्रदर्शन को लेकर अब तक सवालों से बेपरवाह नरेंद्र मोदी सरकार को लगभग साढ़े तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद सबसे कठिन चुनौतियों और सवालों से जूझना पड़ रहा है। यह सवाल घरेलू व बाहरी दोनों मोर्चों पर ताबड़तोड़ किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि नोटबंदी पर संसद में चर्चा के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री व देश में उदारवाद के जनक डॉ मनमोहन सिंह का वह बयान हर कोई याद कर रहा है, जिसमें उन्होंने अपना अनुमान पेश करते हुए कहा था कि जीडीपी में दो प्रतिशत तक कमी आने की आशंका है।
पार्टी नेता ने कहा- इस्तीफा दें दोनों
वैसे यशवंत अकेले नहीं हैं बल्कि शत्रुघ्न सिन्हा भी लगातार पार्टी नेतृत्व और देश की कमजोर अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल उठाते रहें हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल में कहा था कि भाजपा तभी लोगों की उम्मीदों पर खरा उतर सकती है जब पार्टी ‘वन मैन शो’ और ‘टू मैन आर्मी’ के खांचे से बाहर निकलेगी। इन दोनों के इस रवैये से पार्टी में असंतोष का माहौल है। यशवंत सिन्हा के ताजा बयान के बाद तेलंगाना के भाजपा प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने बुधवार को कहा कि यदि यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा को शासन में परेशानी है और उन्हें पार्टी फोरम में मुद्दों पर चर्चा के लिए पर्याप्त मौका नहीं मिल रहा है तो उन्हें पार्टी से इस्तीफा दे देना चाहिए।