यूएस को मोदी के साथ बेहतर साझेदारी की उम्मीद
भारत को महत्वपूर्ण कूटनीतिक सहयोगी मानने वाले अमेरिका को आशा है कि नरेंद्र मोदी के वीजा विवाद के बावजूद उनके नेतृत्व में बनने वाली सरकार के साथ उसकी साझेदारी मजबूत होगी। गुजरात दंगों को लेकर अमेरिका ने 2005 में मोदी का वीजा खारिज कर दिया था। और उस विवाद पर कुछ भी खुलकर बोलने से परहेज करता रहा है।
अमेरिका में मोदी समर्थक मना रहे दीवाली
नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा की ऐतिहासिक जीत से उत्साहित अमेरिका में उसके समर्थकों ने शुक्रवार को तीन दिन की जीत का जश्न मनाने का आह्वान किया और इस दौरान वे अपने घरों, सामुदायिक केंद्रों एवं मंदिरों में दीप जलाएंगे।
'धार्मिक आजादी का उल्लंघन करने वाला देश है पाकिस्तान'
धार्मिक आजादी को लेकर अमेरिकी कांग्रेस द्वारा बनाई गई समिति ने अमेरिकी प्रशासन से पाकिस्तान का नाम धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करने वाले देशों की सूची में शामिल करने की मांग की है।
अमेरिका को भारत से रिश्तों पर करना होगा फिर से विचार
नरेन्द्र भाई मोदी के पीएम बनने की सूरत में अमेरिका भारत से अपने रिश्तों को लेकर दोबारा विचार कर सकता है। ऐसा दक्षिण एशिया मामलों के एक शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञ स्टीफेन कोहेन का मानना है।
यूक्रेन संकट: रूस पर फिर बढ़ा अमेरिकी दबाव
यूक्रेन संकट पर एक बार फिर अमेरिका ने रूस पर दबाव बनाने की कोशिश की है। अमेरिका चाहता है कि रूस जेनेवा में यूक्रेन पर हुए चार पक्षीय समझौते का पालन करे। अमेरिका ने धमकी दी है कि मॉस्को के खिलाफ और प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
भारतवंशी चिकित्सकों का सम्मेलन 25 जून से
भारतीय अमेरिकी चिकित्सकों की एक संस्था अमेरिकन ऐसोसिएशन ऑफ फिजीसिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (एएपीआई) जून में टेक्सास के सैन एंटोनियो में अपना वार्षिक सम्मेलन करने जा रही है, जो चिकित्सकों की पेशेवर प्रगति और समाज सेवा पर केंद्रित होगा। 25 से 29 जून तक होने वाले एएपीआई के 32वें वार्षिक सम्मेलन में 2,000 से ज्यादा चिकित्सा प्रतिनिधियों के आने की संभावना है।
अमेरिका मोदी को देगा राजनयिक छूट!
आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा के पीएम उम्मीदवार की संभावनाओं को देखते हुए अमेरिकी संसद अब मोदी को राजनीतिक संरक्षण देने को तैयार दिख रहा है। मोदी पर वीजा पोलिसी : द केस आफ नरेंद्र मोदी' नाम से सात पन्नों की रिपोर्ट तैयार की गई है।
यूक्रेन संकट का असर पाकिस्तान पर!
यूक्रेन संकट की आंच पाकिस्तान पर भी पड़ी है। क्योंकि अमेरिका ने यू्क्रेन की खातिर पाकिस्तान की सहायता राशि में भारी कटौती कर दी है। इसके लिए एक प्रमुख कांग्रेस समिति ने यूक्रेन को नया वित्तीय सहयोग देने के लिए एक कानून पारित किया है।
देवयानी पर चलेगा धोखाधड़ी का मामला
आखिर भारत और अमेरिका के बीच चली लंबी जद्दोजहद के बाद भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को भारत ने वापिस बुला लिया है। अमेरिका ने देवयानी को जी-1 वीजा दे दिया है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक भारत ने उन्हें वापस बुलाने का फैसला किया है। देवयानी न्यूयॉर्क से भारत के लिए रवाना हो गईं हैं।
'अड़चन' दूर होने की अमेरिका को उम्मीद!
अमेरिका जल्द से जल्द खोबरागड़े मामले को निपाटाने की कोशिश में है। अमेरिका को उम्मीद है कि इससे भारत-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों में आई‘अड़चन’को दूर किया जा सकेगा। ये उम्मीद विदेश विभाग की उप-प्रवक्ता मेरी हर्फ ने व्यक्त की है। उन्होंने सोमवार को अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में समाधान की आशा जताई है।