किसान मुक्ति यात्रा के मंच पर दिखी विपक्षी दलों की एकजुटता, मोदी सरकार पर खूब बरसे राहुल, केजरीवाल और येचुरी
दो दिवसीय किसान मुक्ति मार्च का समापन तमाम राजनीतिक दलों के भाषण से हुआ। देश की कुल 21 दलों के नेताओं ने किसानों के इस मंच पर आकर उन्हें समर्थन दिया और मोदी सरकार को चुनौती दी कि अगर वे किसानों का कर्ज माफ नहीं करेंगे तो जनता उन्हें हरा देगी।
'हमारी मुसीबत की चाबी सरकार के पास है वो सुनती नहीं, मीडिया के पास है तो वो देखती नहीं'
देश के अलग-अलग हिस्सों से चलकर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC) के बैनर तले गुरुवार को राजधानी दिल्ली पहुंचे अन्नदाताओं ने शुक्रवार को संसद मार्ग तक किसान मुक्ति मार्च किया और नारे लगाए- हमें अयोध्या नहीं, कर्ज माफी चाहिए।
किसान मुक्ति संसद में उठी आवाज; अब नहीं चलेंगे मोदी के जुमले
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय किसान मुक्ति संसद सम्मेलन में किसानों को कर्ज के बोझ से पूर्ण मुक्ति दिलाने और कृषि उपजों का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के विषय में दो प्रस्ताव पारित किए गए जिन्हें सम्मेलन ने विधेयक का दर्जा दिया है। इस सम्मेलन में देश भर के 184 किसान संगठन शामिल हुए।