सिंधिया को मंदसौर पहुंचने से पहले शिवराज ने रोका
किसान आंदोलन और इस आंदोलन में जान गवां चुके किसानों को लेकर फिक्रमंद राजनीतिक दिग्गजों की आवाजाही सुर्खियां बटोर रही है। पीड़ित परिवार से मिलने की आस में सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं की कतार बढ़ती जा रही है। स्थिति की संवेदनशीलता का हवाला उन्हें रोकने की सारी कवायद भी राज्य सरकार की तरफ से हो रही है। इस बीच मंगलवार को सत्याग्रह पर बैठने से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया को पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद छेड़ दिया। गुना से सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के खिलाफ धारा 151 में कार्रवाई की गई है।
कांग्रेस ने कहा- सिंधिया से डरकर शिवराज ने खत्म किया उपवास
शिवराज ने अपना अनिश्चितकालीन उपवास 28 घण्टों में तोड़ दिया। मंदसौर घटना के दुख में उन्होंने शांति अपील के साथ उपवास रखा था। अब उपवास तोड़ते ही राजनीतिक बयानबाजियों का दौर शुरु हो गया है। कांग्रेस ने दावा किया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया से डर कर शिवराज ने उपवास खत्म कर दिया। इससे पहले कांग्रेस ने शिवराज के उपवास को ड्रामा करार दिया था।
28 घण्टे बाद शिवराज ने तोड़ा उपवास, किए कई बड़े ऐलान
28 घण्टे बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अपना उपवास तोड़ दिया। इसके साथ ही किसानों की बेहतरी के लिए कई लुभावने ऐलान भी किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर अनाज खरीदना अपराध माना जाएगा। इसके लिए सरकार नियम बनाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भेल दशहरा मैदान में दोपहर तीन बजे इस बड़ी घोषणा के साथ उपवास समाप्त कर दिया।
किसान आंदोलन और अलग-थलग पड़ते शिवराज
किसानों के आक्रोश की गर्मी से पूरा मध्यप्रदेश तप रहा है। तपिश का असर मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार से लेकर केंद्र की मोदी सरकार तक साफ नुमाया है। किसान पुत्र मुख्यमंत्री प्रदेश में बेकाबू हालात को काबू में लाने के लिए हर संभव प्रयास कर तो रहे हैं लेकिन सारी कवायद सफल होने के बजाय हांफती दिख रही है। शिवराज के संकट मोचक इस बार सक्रिय भूमिका में न होकर मुख्यमंत्री से कटे-कटे नज़र आ रहे हैं।
'आप' के 'कैश गिविन टू एमपी' के लपेटे में आए शिवराज
ऐसा लग रहा है कि आम आदमी पार्टी इन दिनों एक खास मुहिम पर है। ये है कैश गिविन टू सीएम ड्राइव। इस मुहिम के तहत ताजा हमला पार्टी ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बने हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि सीएम ने सहारा से बतौर घूस दो किस्तों में10 करोड़ रुपए लिए हैं। इस खुलासे के साथ ही आप ने सीएम के खिलाफ एसआईटी द्वारा जांच कराने की मांग की है।