अपनों से घिरी मोदीनॉमिक्स
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार एक बार फिर चरमराती भारतीय अर्थव्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा है कि देश की आर्थिक सेहत ठीक नहीं हैं। भाजपा और आरएसएस के अंदर से ही कई आवाजें उठी हैं जिसमें यशवंत सिन्हा, सुब्रमण्यम स्वामी, एस. गुरुमूर्ति, मोहन भागवत आदि शामिल हैं।
मर्सेल के बहाने राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी को जीएसटी पर घेरा
तमिल फिल्म 'मर्सेल' में 'डिजिटल इंडिया' और 'जीएसटी' को लेकर किए गए कटाक्ष पर राजनीति गरमा गई है। इन मुद्दों को लेकर भाजपा ने फिल्म का विरोध किया तो कांग्रेस ने भी पलटवार करने में देरी नहीं की। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इसी बहाने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह तमिल अस्मिता को चोट न पहुंचाएं।
देश में निराशा फैलाने वाले लोगों पर PM का बड़ा हमला, बोले- देशहित साध रहे या किसी और का हित
भारतीय अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी करने वाले लोगों पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को तरक्की नहीं दिखती। ऐसे लोग 'शल्य प्रवृत्ति' से पीड़ित हैं जो केवल निगेटिव खबरें फैलाकर देश में निराशा का माहौल पैदा कर रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए एक क्वार्टर की ग्रोथ कम होना, लगता है सबसे बड़ा हथियार मिल गया है। ऐसे लोग देशहित साध रहे हैं या किसी और का हित ये पता नहीं चल पा रहा है।
मोदी सरकार के विरोध में यशवंत सिन्हा ने लिखा लेख, कहा- अब मैं चुप नहीं रह सकता
लगातार गिरती जीडीपी और चरमरा रही भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर भाजपा के कद्दावर नेता और अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने अरुण जेटली पर निशाना साधा है। यशवंत सिन्हा ने नोटबंदी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि नोटबंदी के बाद जीएसटी ने गिरती जीडीपी में आग में तेल डालने की तरह काम किया है।
'नोटबंदी के बाद अब जीएसटी भी जीडीपी पर डाल रहा बुरा असर'
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद जल्दबाजी में लागू किए गए जीएसटी ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को बुरी तरह से प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जीडीपी पर और ज़्यादा विपरीत असर होने की संभावना हैं।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गिनाए नोटबंदी के तीन फायदे
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि नोटबंदी की सफलता का वास्तविक पैमाना डिजिटल लेनदेन की मात्रा में बढ़ोतरी, कर दायरे का बढ़ना और उच्च मूल्य के नोटों के परिचालन में कमी लाना है। जेटली ने कहा, कुछ जमात में समझ की कमी है और वह नोटबंदी की सफलता सिर्फ इससे मापते हैं कि कितना नोट बैंकों में पहुंचा।
रघुराम राजन ने मोदी सरकार की नीतियों पर उठाए कई सवाल
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन अपनी किताब 'आइ डू, वॉट यू डू' की लांचिंग के लिए आजकल भारत के दौरे पर हैं। भारत के तीन शहरों में आयोजित अलग-अलग लांचिंग समारोह के दौरान रघुराम राजन ने लगातार कई चैनलों-अखबारों से बातचीत की है और देश की अर्थव्यवस्था को लेकर अपनी बेबाक राय रखी है।
किसानों की आत्महत्या और नोटबंदी पर राहुल ने PM मोदी को घेरा
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में बने रहने के लिए समाज को बांटने में लगे हुए हैं। नोटबंदी को पूरी तरह से फ्लॉप करार देते हुए राहुल ने कहा कि पूरा देश जान रहा है कि इससे भारत के चोरों का कालाधन सफेद हुआ है। राहुल ने कहा कि मोदी की अगुवाई वाली भाजपा सरकार में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं।
नोटबंदी से GDP हुआ बदहाल, सच साबित हुई मनमोहन सिंह की आशंका
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की नोटबंदी से जीडीपी में 2 प्रतिशत तक की गिरावट होने का आकलन सच साबित होता दिख रहा है। सरकार की तरफ से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-जून 2017 की तिमाही में जीडीपी की दर पिछले साल की इसी अवधि की 7.9 प्रतिशत की तुलना में 2 प्रतिशत से अधिक गिरकर 5.7 प्रतिशत रह गयी।
भारतीय अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका, विकास दर घटकर तीन साल के निचले स्तर 5.7 फीसदी पर पहुंची
मोदी सरकार के विकास के तमाम दावों के बीच मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की विकास दर घटकर केवल 5.7 फीसदी रह गई। एक साल पहले समान तिमाही में यह 10.7 प्रतिशत था। पिछले तीन साल की किसी भी तिमाही का यह सबसे बुरा प्रदर्शन है। इससे पिछली तिमाही (जनवरी-मार्च 2017) में जीडीपी की वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही थी। 2016-17 की पहली तिमाही की संशोधित वृद्धि दर 7.9 प्रतिशत थी।